Google का 25 साल: स्टैनफ़ोर्ड प्रोजेक्ट से इंटरनेट के सम्राट तक

Google का 25 साल: स्टैनफ़ोर्ड प्रोजेक्ट से इंटरनेट के सम्राट तक

जब मैं इस कहानी को लिख रही हूँ, तो गर्व की अनुभूति से शब्द खुद ही बहते हैं। Google ने इस quarter‑century में न सिर्फ खोज को बदल दिया, बल्कि पूरी डिजिटल परिदृश्य को नया रूप दिया।

स्टैनफ़ोर्ड में दो दिमाग़ों का पहला मिलन

1995—स्टैनफ़ोर्ड में लैरी पेज और सेरगी ब्रिन पहली बार मिले। लैरी, मिशिगन के लांसिंग में पैदा हुए और कंप्यूटिंग के धाकड़ परिवार से आते थे, जबकि सेरगी का बचपन सोवियत संघ से अमेरिका की ओर धकेला गया था। दोनों ने अपनी‑अपनी पढ़ाई में गणित और कंप्यूटर विज्ञान को गले लगाया था, पर उनका मिलन एक नई खोज की बीज बोता।

पहले तो वे बहुत झगड़ते रहे—एक को डाटा, दूसरे को एल्गोरिद्म की समझ बेहतर लगती थी। लेकिन एक साल में ही उन्होंने एक ऐसा विचार ढूँढ लिया जो वे दोनों को जोड़ देगा: वेब पेजों को लिंक‑आधारित रैंकिंग देना। इस विचार ने उन्हें ‘Backrub’ नाम का प्रोटोटाइप बनाने के लिए प्रेरित किया, जो बाद में ‘Google’ बन गया।

Backrub से Google तक: नाम, एलगोरिद्म और पहला निवेश

‘Backrub’ शब्द अपनी मूलभूत कार्य—लिंक को ट्रैक करने—से आया था, पर यह नाम बड़े सपने को नहीं समा पा रहा था। लैरी और सेरगी ने इसे ‘Google’ रखा, जो ‘googol’ (एक के बाद सौ शून्य) का खेला हुआ रूप था, और यह नाम उनके लक्ष्य—दुनीया की सारी जानकारी को व्यवस्थित करना—को बखूबी दर्शाता था।

उनका मुख्य हथियार PageRank एल्गोरिद्म था, जो हर वेब पेज को उसकी लिंक महत्ता के आधार पर अंक देता था। इस तकनीक ने सर्च परिणामों को पहले कभी नहीं देखी गई सटीकता दी। 1998 में एंडी बेक्तोल्सहाइम ने केवल एक छोटा डेमो देख कर $100,000 का चैक दे दिया, और Google Inc. का जन्म हुआ।

पहला ऑफिस? एक साधारण गैरेज—सुसन वोयचिकि के घर में—जहाँ पिंग‑पॉन्ग टेबल, घना नीला कारपेट और कुछ पुरानी डेस्कटॉप कंप्यूटर थे। वही जगह बाद में डिजिटल दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी का दफनसीन बन गई।

वित्तीय समर्थन, प्रबंधन बदलाव और विस्तार

2001 में एरिक श्मिड्ट को CEO के रूप में नियुक्त किया गया, जिससे लैरी और सेरगी को प्रॉडक्ट पर फोकस करने का मौका मिला। श्मिड्ट के नेतृत्व में Google ने विज्ञापन, ई‑मेल और मैपिंग जैसी सेवाओं को जोड़ा। 2011 में लैरी फिर से CEO बने, पर 2015 में उन्होंने अल्फाबेट की स्थापना की, जहाँ Google अब एक बड़ी कंपनी का हिस्सा बन गया।

2019 में दोनों संस्थापकों ने सभी कार्यकारी पद छोड़ दिए, पर बोर्ड में उनकी जगह अभी भी कायम है और उन्होंने शेयरों के बड़े हिस्से को बनाए रखा। दिसंबर 2023 में सेरगी ने AI पर रिसर्च करने के लिए फिर से सक्रिय हो गए—यह दिखाता है कि उनका तकनीकी जुनून कभी थकता नहीं।

Google का वैश्विक प्रभाव और भविष्य की दिशा

Google का वैश्विक प्रभाव और भविष्य की दिशा

आज Google का नाम एक क्रिया बन चुका है—‘to google’ शब्द को शब्दकोश में भी दर्ज किया गया है। Gmail, YouTube, Android, क्लाउड सर्विसेज़ और AI‑संचालित प्रॉडक्ट्स ने लाखों लोग नौकरियों से लेकर रोज़मर्रा की जिंदगी तक को बदल दिया है।

बिलियन‑बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ, लैरी और सेरगी न सिर्फ उद्योग के दिग्गज हैं, बल्कि भविष्य की तकनीक—जैसे क्वांटम कंप्यूटिंग और जनरेटिव AI—के शोध में भी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। उनका 25‑साल का सफर एक छोटे छात्रावास प्रोजेक्ट से शुरू होकर आज इंटरनेट की क्षितिज को फिर से परिभाषित कर रहा है।

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Swati Jaiswal
Swati Jaiswal
मैं एक समाचार विशेषज्ञ हूँ और भारतीय दैनिक समाचारों पर लेख लिखना पसंद करती हूँ।

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