दीवाली 2025 में मुहूरत ट्रेडिंग: NSE‑BSE के खास बाजार टाइमिंग

दीवाली 2025 में मुहूरत ट्रेडिंग: NSE‑BSE के खास बाजार टाइमिंग

जब NSE और BSE ने 2025 की दीवाली‑लक्ष्मी पूजा के लिए विशेष ट्रेडिंग शेड्यूल जारी किया, तो बाजार के खिलाड़ियों की धड़कन तेज़ हो गई। दीवाली‑लक्ष्मी पूजा मुहूरत ट्रेडिंग 21 अक्टूबर 2025भारत को निर्धारित किया गया, जबकि अगले दिन, 22 अक्टूबर को दीवाली‑बालिप्रतिपदाभारत, बाजार पूरी तरह बंद रहेगा। यह व्यवस्था लाखों ट्रेडर और निवेशकों को त्योहार की रौनक में भाग लेने का एक विशेष अवसर देती है, लेकिन साथ ही सिलसिलेवार क्लोज़र के कारण खाता‑सैलरी में लोन‑सेटलमेंट के नियम भी बदलते हैं।

मुख्य ट्रेडिंग शेड्यूल और उसका महत्व

पहले तो बात करते हैं मुहूरत ट्रेडिंग की। यह एक तरह का ‘शुभ‑समय’ माना जाता है, जहाँ निवेशकों को दीपावली‑लक्ष्मी पूजा के दौरान ट्रेडिंग करने का अवसर मिलता है। दिन भर की सामान्य सत्र समाप्त होने के बाद, 21 अक्टूबर को 10:00 AM से 3:30 PM तक की सत्र में इक्विटी, फ्यूचर‑ऑप्शन (F&O) और करंसी डेरिवेटिव्स खुले रहेंगे। विशेषज्ञों का कहना है कि इस सत्र में ट्रेडिंग वॉल्यूम पिछले साल की तुलना में 12‑15% अधिक रहा, क्योंकि बहुत से निवेशक ‘शुभ‑समय’ के भरोसे बड़े पोर्टफोलियो लेन‑देन करते हैं।

लेकिन अगले दिन 22 अक्टूबर को क्या हुआ? इस दिन NSE और BSE ने इक्विटी, F&O और करंसी डेरिवेटिव्स सेक्टर को पूरी तरह बंद कर दिया। केवल कमोडिटी डेरिवेटिव्स के लिए शाम 5:00 PM के बाद व्यापार संभव होगा। इसको अक्सर ‘सेटलमेंट होलीडे’ कहा जाता है—अर्थात् इस दिन के बाद अकाउंट बैलेंस में कुछ क्रेडिट नहीं दिखेंगे।

ज़ेरोधा का बुलेटिन और निवेशकों के लिए मुख्य असर

ब्रोकरेज़ हाउस Zerodha ने 17 अक्टूबर 2025 को 12:07 PM पर एक विशेष बुलेटिन जारी किया। इसमें बताया गया कि 22 अक्टूबर को न केवल ट्रेडिंग बंद रहेगी, बल्कि यह एक ‘सेटलमेंट होलीडे’ भी होगा। इसका मतलब है कि 20‑21 अक्टूबर की intraday और F&O प्रॉफिट्स तुरंत बैलेंस में नहीं दिखेंगी। यदि आप 20 या 21 अक्टूबर को कोई पोजीशन बंद कर रहे थे, तो उसका निफ़्टी‑ऑफ़सेट अगले ट्रेडिंग दिन, यानी 23 अक्टूबर को ही दिखाई देगा।

ज़ेरोधा के अनुसार, “इंस्टैंट विदड्रॉ फ़ीचर अभी भी उपलब्ध रहेगा, पर सामान्य विड्रॉ‑रिक्वेस्ट 22 अक्टूबर को जमा करने पर 23 अक्टूबर को प्रोसेस होगी, और पैसे 24 अक्टूबर को दोपहर 2:00 PM तक रिसीवर के अकाउंट में पहुँचेंगे।” यह जानकारी छोटे‑बड़े दोनों निवेशकों के लिए बहुत काम की है, खासकर उन लोगों के लिए जो दिवाली के दौरान लिक्विडिटी की जरूरत रखते हैं।

भविष्य की योजना और ट्रेडर टिप्स

क्या यह सब सुनकर आपको ट्रेडिंग में थोड़ा घबराहट महसूस हो रहा है? चिंता नहीं। कई प्रमुख इंटरमीडिएट फर्मों ने पहले ही एक ‘सेट‑ऑफ़‑प्लान’ बना रखा है। यहाँ कुछ आसान‑सुझाव हैं:

  1. 20‑21 अक्टूबर की सभी ओपन पोजीशन को बंद कर दें या हेज कर लें, ताकि सेटलमेंट लूप में कोई अड़चण न बने।
  2. इंस्टैंट विदड्रॉ का इस्तेमाल करके आवश्यक निकासी तुरंत कर लें; सामान्य निकासी के लिए 23‑24 अक्टूबर को ध्यान रखें।
  3. क्लोज़र के बाद Console में अपने फंड्स स्टेटमेंट को दो‑तीन बार चेक कर लें, ताकि किसी भी अनसेट्ल्ड क्रेडिट को पहचान सकें।
  4. अगर आप कमोडिटी ट्रेडर हैं, तो शाम 5 PM के बाद की सत्र के लिए अपना पोजीशन रिव्यू करके एंट्री करें—क्योंकि वही समय सबसे अधिक लिक्विडिटी लाता है।

एक अनुभवी फाइनैंशियल एनालिस्ट, रमेश गुड़िया ने कहा, “दीवाली मुहूरत ट्रेडिंग की परंपरा बाजार में हमेशा उत्साह लाती है, पर साथ ही यह समझदारी से उपयोग करनी चाहिए। यदि सेटलमेंट क्लोज़र को नज़रअंदाज़ कर दिया जाये तो अनपेक्षित मार्जिन कॉल्स का सामना करना पड़ सकता है।”

2025 के अन्य प्रमुख बाजार अवकाश और उनका असर

दीवाली के अलावा 2025 में NSE‑BSE के कैलेंडर में कई राष्ट्रीय एवं धार्मिक उत्सव भी शामिल हैं: 26 फरवरी को महा शिवरात्रि, 31 मार्च को ईद‑उल‑फ़ित्र, 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस, और 2 अक्टूबर को गांधी जयंती। इन सभी तिथियों पर ट्रेडिंग या तो पूरी तरह बंद रहती है या सीमित सत्र चलाते हैं। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि हर महीने की शुरुआत में इस कैलेंडर को नोट करके अपनी पोर्टफोलियो स्ट्रैटेजी तैयार रखें।

इसी के साथ, 2025 के कई हॉलिडे वीकेंड पर भी पड़ते हैं—जैसे 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) रविवार को, 6 जुलाई (मुह़र्रम) रविवार को आदि। ऐसे मामलों में ब्रोकरेज फर्में अक्सर ‘ऑफ‑डेज़ ट्रैडिंग’ की सुविधा देती हैं, पर मुख्य बात यह है कि ग्राहक अपने अकाउंट में मौजूद फंड्स की ‘सेटलमेंट डेट’ को समझें।

निष्कर्ष: दीवाली ट्रेडिंग को कैसे सम्भालें?

संक्षेप में, 21 अक्टूबर का मुहूरत सत्र उत्सव का हिस्सा है, जबकि 22 अक्टूबर का क्लोज़र सेटलमेंट‑होलिडे के रूप में महत्वपूर्ण है। ट्रेडर को दोनों दिन की टाइमिंग, अकाउंट बैलेंस और निकासी विकल्पों को ध्यान में रखकर अपने पोर्टफोलियो का प्रबंधन करना चाहिए। अगर आप इस दीवाली पर बाजार में एंट्री करने की सोच रहे हैं, तो ऊपर बताये गए टिप्स को फॉलो करें—ताकि ‘शुभ‑समय’ का फायदा उठाते हुए अनपेक्षित जोखिम से बच सकें।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

मुहूरत ट्रेडिंग में कौन‑से सेक्टर खुले रहते हैं?

21 अक्टूबर को इक्विटी, फ्यूचर‑ऑप्शन (F&O) और करंसी डेरिवेटिव्स के साथ-साथ कॉमोडिटी सेक्टर की नियमित सत्र भी खुले रहते हैं। यह वही समय है जहाँ निवेशकों को शुभ‑समय का फायदा मिलाता है।

22 अक्टूबर को खाते में क्रेडिट क्यों नहीं दिखते?

22 अक्टूबर को ‘सेटलमेंट होलीडे’ घोषित किया गया है। इसलिए 20‑21 अक्टूबर की intraday और F&O प्रॉफिट्स तुरंत बैलेंस में नहीं जोड़ते; वे अगले ट्रेडिंग दिन, यानी 23 अक्टूबर तक सस्पेंडेड रहेंगे।

इंस्टैंट विदड्रॉ सुविधा का उपयोग कैसे किया जा सकता है?

इंस्टैंट विदड्रॉ हमेशा उपलब्ध रहता है, चाहे ट्रेडिंग खुला हो या बंद। 22 अक्टूबर को सामान्य निकासी अनुरोध अगले दिन प्रोसेस होते हैं, पर यदि आप तुरंत पैसे चाहिए तो ऐप में ‘इंस्टैंट विदड्रॉ’ चुनें; पैसे उसी दिन (यदि बैंक सर्वर उपलब्ध हो) ट्रांसफर हो सकते हैं।

बाजार बंद होने से पहले पोर्टफ़ोलियो को कैसे तैयार करें?

20‑21 अक्टूबर की सभी ओपन पोजीशन को बंद कर दें या हेज कर लें, ताकि सेटलमेंट लूप में अटके नहीं। साथ ही कमोडिटी ट्रेडर को शाम 5 PM के बाद के सत्र के लिए अपना एंट्री प्लान तैयार करना चाहिए, क्योंकि वही समय अधिक लिक्विडिटी देता है।

दीवाली‑बैलिप्रतिपदा के दौरान अन्य भारतीय बाजार अवकाश क्या हैं?

2025 में अन्य प्रमुख अवकाशों में 26 फरवरी (महा शिवरात्रि), 31 मार्च (ईद‑उल‑फ़ित्र), 15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस), और 2 अक्टूबर (गांधी जयंती) शामिल हैं। सभी इन तिथियों पर NSE‑BSE की ट्रेडिंग या तो पूरी तरह बंद रहती है या सीमित सत्र चलाते हैं।

दीवाली ट्रेडिंग NSE BSE मुहूरत अक्टूबर 2025
Swati Jaiswal
Swati Jaiswal
मैं एक समाचार विशेषज्ञ हूँ और भारतीय दैनिक समाचारों पर लेख लिखना पसंद करती हूँ।

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