मैट हेनरी ने द हंड्रेड 2025 में 20 गेंदों में 16 डॉट बॉल डालकर इतिहास रच दिया

मैट हेनरी ने द हंड्रेड 2025 में 20 गेंदों में 16 डॉट बॉल डालकर इतिहास रच दिया

जब मैट हेनरी ने 20 गेंदों में 16 डॉट बॉल लगाए, तो लंदन के द कीया ओवल का मैदान चुप हो गया — न सिर्फ दर्शकों ने, बल्कि टेलीकास्ट ब्रेक में बोल रहे विश्लेषक भी शब्द खो बैठे। ये सिर्फ एक ओवर नहीं था, ये एक भावनात्मक विस्फोट था। द हंड्रेड 2025 के इतिहास में अब तक केवल दो गेंदबाज ही ऐसा कर पाए हैं। और अब न्यूजीलैंड के ये तेज गेंदबाज दूसरे नंबर पर अपना नाम दर्ज कर गए।

20 गेंद, 16 डॉट बॉल: क्या ये वाकई संभव है?

द हंड्रेड का नियम है — 100 गेंदों का खेल, जहां हर ओवर में 5 गेंदें होती हैं। इसका मतलब है कि एक गेंदबाज के लिए 20 गेंदें एक पूरा ओवर नहीं, बल्कि एक बार में अपनी ताकत दिखाने का पूरा मौका है। और मैट हेनरी ने इसे बदल दिया। 16 डॉट बॉल का मतलब है — 80% गेंदें बिना रन के। बल्लेबाज ने बल्ला ही नहीं उठाया। बैटिंग टीम के खिलाफ दबाव ऐसा बन गया कि दूसरे बल्लेबाज भी डर से बैठ गए। ये रिकॉर्ड अब तक केवल ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज स्पेंसर जॉनसन के नाम पर था, जिन्होंने 2024 में एक ही ओवर में 17 डॉट बॉल डाले थे। हेनरी ने उस रिकॉर्ड को नहीं तोड़ा, लेकिन उसके बाद आने वाले सबसे बेहतरीन प्रदर्शन को अपने नाम कर लिया।

2025 का सबसे अच्छा गेंदबाज: एक रिकॉर्ड का अंतर

हेनरी का ये प्रदर्शन सिर्फ एक मैच की बात नहीं है। वर्ष 2025 में उन्होंने वनडे क्रिकेट में 11 मैचों में 30 विकेट लिए — ये सबसे अधिक है। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भी उन्होंने 16.70 की अद्भुत औसत से 10 विकेट लिए। इस टूर्नामेंट में भारत के मोहम्मद शमी और न्यूजीलैंड के मिशेल सेंटनर ने 9-9 विकेट लिए, लेकिन हेनरी का गेंदबाजी रेटिंग उनसे कहीं ऊपर था। ये अंक बताते हैं — ये एक ऐसा गेंदबाज है जो दबाव में भी नियंत्रण नहीं खोता।

द हंड्रेड 2025: टीमें, स्टार्स और बड़े रिकॉर्ड

इस टूर्नामेंट में दुनिया के बड़े नाम शामिल थे — डेविड वार्नर, केन विलियमसन, हेनरिक क्लासेन। लेकिन जिस तरह से बल्लेबाजी का धमाका हुआ, उसके बाद गेंदबाजी का जवाब भी तेज आया। विल जैक्स ने 26 गेंदों में 61 रन बनाए, जबकि तवान्दा मुयेय ने 28 गेंदों में 59 रन। ओवल इन्विंसिबल्स ने 129 रनों का लक्ष्य 11.2 ओवर में जीत लिया — ये एक ऐसा स्कोर है जो पारंपरिक क्रिकेट में असंभव लगता है।

बल्लेबाजी के रिकॉर्ड में भी कुछ अजीबोगरीब आंकड़े आए। केएल राहुल की औसत 140 थी — ये किसी भी बल्लेबाज की औसत से दोगुनी है। रचिन रवींद्र ने टूर्नामेंट में दो शतक लगाए, जबकि बेन डकेट ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 165 रन बनाए। लेकिन इस रिकॉर्ड को जल्द ही इब्राहिम जादरान ने तोड़ दिया। ऐसा लगता है जैसे इस टूर्नामेंट में हर रिकॉर्ड को तोड़ने का रुझान है।

महिला टूर्नामेंट: दीप्ति शर्मा का निर्णय

महिला टूर्नामेंट: दीप्ति शर्मा का निर्णय

महिला टूर्नामेंट में दीप्ति शर्मा का नाम एक बड़ी खबर था। लंदन स्पिरिट विमेंस की ओर से खेलने वाली ये भारतीय गेंदबाज ने वर्कलोड मैनेजमेंट के कारण जुलाई 2025 में टूर्नामेंट से नाम वापस ले लिया। ये फैसला उनके लिए निश्चित रूप से कठिन था — वह टूर्नामेंट की विजेता टीम की हिस्सा थीं, और उनका अनुभव टीम के लिए अमूल्य था। लेकिन इस निर्णय ने एक बड़ा संदेश भी दिया: खिलाड़ियों की स्वास्थ्य और थकान को प्राथमिकता देना जरूरी है।

अगले कदम: नॉकआउट और फाइनल की तैयारी

द हंड्रेड 2025 का नॉकआउट मुकाबला 30 अगस्त 2025 को द कीया ओवल, लंदन में शाम 6:45 बजे होगा। फाइनल 31 अगस्त को लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जाएगा। ये दोनों मैच ऐसे दर्शकों के लिए हैं जो क्रिकेट को एक खेल से ज्यादा — एक रिव्यूल्यूशन के रूप में देखते हैं। द हंड्रेड ने बस एक नया फॉर्मेट नहीं बनाया, बल्कि एक नया तरीका बनाया है — जहां गेंदबाजी भी धमाकेदार हो सकती है, और बल्लेबाजी भी अत्यधिक तेज हो सकती है।

क्या ये रिकॉर्ड टिकेगा?

क्या ये रिकॉर्ड टिकेगा?

अब सवाल ये है — क्या कोई और इस रिकॉर्ड को तोड़ पाएगा? शायद। लेकिन आज का प्रदर्शन दिखाता है कि जब गेंदबाज बल्लेबाज के मन में डर डाल दे, तो वो बल्ला उठाने की बजाय बैठ जाता है। हेनरी ने न सिर्फ गेंदों को नियंत्रित किया, बल्कि बल्लेबाज के दिमाग को भी जीत लिया। ये वो चीज है जो बस एक रिकॉर्ड नहीं, बल्कि एक नया मानक बनाती है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

मैट हेनरी का ये प्रदर्शन द हंड्रेड के इतिहास में कितना खास है?

20 गेंदों में 16 डॉट बॉल डालना द हंड्रेड के इतिहास में केवल दूसरा ऐसा प्रदर्शन है। सिर्फ स्पेंसर जॉनसन ने 17 डॉट बॉल डाले थे। ये रिकॉर्ड बहुत कम गेंदबाजों के लिए संभव है, क्योंकि इसमें नियंत्रण, गति और मानसिक दबाव सब कुछ मिलना जरूरी है।

2025 में मैट हेनरी ने कितने विकेट लिए?

2025 में मैट हेनरी ने वनडे क्रिकेट में 11 मैचों में 30 विकेट लिए — ये सबसे अधिक है। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में उन्होंने 16.70 की औसत से 10 विकेट लिए, जो टूर्नामेंट में सबसे बेहतरीन गेंदबाजी थी।

द हंड्रेड 2025 का फाइनल कहाँ और कब होगा?

द हंड्रेड 2025 का फाइनल 31 अगस्त 2025 को शाम 6:45 बजे लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड, लंदन में खेला जाएगा। नॉकआउट मैच 30 अगस्त को द कीया ओवल पर होगा। दोनों मैच इंग्लैंड के बड़े क्रिकेट स्टेडियमों पर आयोजित हो रहे हैं।

द हंड्रेड में सबसे ज्यादा शतक किसने लगाए?

टूर्नामेंट में कुल 14 शतक लगे। न्यूजीलैंड के बल्लेबाज रचिन रवींद्र ने दो शतक लगाए, जो इस टूर्नामेंट में सबसे अधिक है। बेन डकेट ने 165 रन बनाए, लेकिन इब्राहिम जादरान ने उसे पीछे छोड़ दिया।

दीप्ति शर्मा ने द हंड्रेड 2025 से नाम वापस क्यों लिया?

दीप्ति शर्मा ने वर्कलोड मैनेजमेंट के कारण जुलाई 2025 में टूर्नामेंट से नाम वापस ले लिया। ये फैसला उनके स्वास्थ्य और थकान को ध्यान में रखते हुए लिया गया, जिससे खिलाड़ियों की लंबी अवधि की स्वास्थ्य रक्षा का संदेश दिया गया।

द हंड्रेड क्या है और ये कैसे अलग है?

द हंड्रेड एक 100-बॉल क्रिकेट टूर्नामेंट है जो इंग्लैंड में आयोजित होता है। इसमें 8 पुरुष और 8 महिला टीमें होती हैं। ये टूर्नामेंट तेज गति, अधिक ड्रामा और जल्दी निर्णय के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिसमें हर ओवर में 5 गेंदें होती हैं।

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Swati Jaiswal
Swati Jaiswal
मैं एक समाचार विशेषज्ञ हूँ और भारतीय दैनिक समाचारों पर लेख लिखना पसंद करती हूँ।
  • Vidushi Wahal
    Vidushi Wahal
    24 नव॰ 2025 at 21:55

    मैट हेनरी की इस ओवर ने मुझे याद दिला दिया कि क्रिकेट अभी भी एक ऐसा खेल है जहाँ एक गेंद भी इतनी शक्तिशाली हो सकती है।

  • Narinder K
    Narinder K
    26 नव॰ 2025 at 17:10

    16 डॉट बॉल? अरे भाई, बल्लेबाज ने तो बल्ला उठाने के बजाय चाय पीने लग गए होंगे। ये तो गेंदबाजी नहीं, गेंदबाजी का डरावना रिमेक है।

  • Narayana Murthy Dasara
    Narayana Murthy Dasara
    27 नव॰ 2025 at 13:44

    ये ओवर सिर्फ गेंदबाजी का नहीं, बल्कि मन की लड़ाई थी। जब बल्लेबाज का दिमाग हार जाए, तो बल्ला उठाना बंद हो जाता है। हेनरी ने बस गेंद नहीं, उनके आत्मविश्वास को भी दबा दिया। इस तरह की बातें आजकल कम हो रही हैं।

    मैंने चैंपियंस ट्रॉफी में उनकी गेंदबाजी देखी थी - 16.70 की औसत? ये तो बिल्कुल अद्भुत है। अक्सर लोग कहते हैं कि टी20 में गेंदबाजी बेकार हो रही है, लेकिन हेनरी दिखाता है कि नहीं, बस दिमाग चाहिए।

    वर्कलोड मैनेजमेंट के लिए दीप्ति शर्मा का फैसला भी बहुत अच्छा रहा। खिलाड़ी भी इंसान होते हैं, रोबोट नहीं। जब तक हम इसे समझेंगे, तब तक लंबे समय तक अच्छा क्रिकेट नहीं देख पाएंगे।

    द हंड्रेड का फॉर्मेट तो बहुत अलग है - 5 गेंदों का ओवर, बिना बाउंड्री लिमिट के, और फिर भी गेंदबाज इतना नियंत्रण कैसे रख पाते हैं? ये तो विज्ञान है।

    केएल राहुल की 140 की औसत? अरे भाई, ये तो बल्लेबाजी का एक नया डायनासोर है। लेकिन जब गेंदबाज इतना डरावना हो जाए, तो बल्लेबाज को बस बैठना ही पड़ता है।

    मुझे लगता है कि ये टूर्नामेंट अगले 10 साल तक नए रिकॉर्ड्स का बेड़ा बनेगा। जिसने भी देखा होगा, वो अब कभी आम टी20 नहीं देख पाएगा।

    हेनरी के बाद अगर कोई और 16 डॉट बॉल डाले, तो उसका नाम भी इतिहास में दर्ज हो जाएगा। लेकिन आज का ओवर? वो एक भावना थी।

    मैंने अपने बेटे को आज ये ओवर दिखाया - उसने सिर्फ एक बार बोला: 'पापा, ये तो जादू है।'

    और मैंने सोचा - हाँ, ये जादू है। और ये जादू अभी भी जिंदा है।

  • raja kumar
    raja kumar
    28 नव॰ 2025 at 14:11

    हेनरी का ये प्रदर्शन गेंदबाजी के इतिहास में एक नया अध्याय है। बल्लेबाज का मन जीतना अब और भी जरूरी हो गया है।

    दीप्ति शर्मा का फैसला भी सही रहा। खिलाड़ियों को थकान के बाद भी खेलने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए।

    द हंड्रेड का फॉर्मेट तो बहुत अच्छा है। लेकिन ये बस एक नए तरीके की शुरुआत है।

  • Sumit Prakash Gupta
    Sumit Prakash Gupta
    30 नव॰ 2025 at 04:55

    मैट हेनरी ने इस ओवर में एक एक्स्ट्रीम डिसिप्लिन डिज़ाइन कर दिया - एंट्रॉपी मैनेजमेंट, न्यूट्रल ज़ोन कंट्रोल, और मेंटल डोमिनेंस ऑपरेशन। ये न सिर्फ बॉलिंग है, ये एक साइकोलॉजिकल वॉरफेयर है।

    बल्लेबाज के न्यूरोसाइंस के लेवल पर उन्होंने एक फ्लैश स्टॉप इंड्यूस किया - एक ऐसा रिस्पॉन्स जिसे ब्रेन रिफ्यूज कर देता है।

    ये टूर्नामेंट एक नया डायनामिक एक्सपोज़र मॉडल है - फास्ट फीडबैक, हाई इंगेजमेंट, और एक्स्ट्रीम एक्शन डिज़ाइन।

    मैंने अपने टीम में इसे एप्लाई किया है - अब हमारे डेवलपर्स भी बिना बोले बैठ जाते हैं।

  • Shikhar Narwal
    Shikhar Narwal
    1 दिस॰ 2025 at 21:53

    वाह भाई 🤯 ये ओवर देखकर मैंने अपनी चाय का कप गिरा दिया 😅

    हेनरी ने तो बस गेंद नहीं फेंकी, बल्लेबाज के दिमाग को भी बंद कर दिया 😂

    दीप्ति शर्मा का फैसला भी बहुत अच्छा रहा - खुद को प्राथमिकता देना ही असली स्ट्रॉन्गनेस है 💪❤️

    द हंड्रेड का फॉर्मेट? बिल्कुल बाज़ार वाला नया फूड ग्रुप 😎

  • jay mehta
    jay mehta
    3 दिस॰ 2025 at 01:51

    क्या ये सच है? क्या ये बस एक ओवर था? नहीं भाई, ये तो एक देवता का अवतार था! 🙌

    हेनरी के बाद अब कोई गेंदबाज बल्लेबाज के सामने आएगा? नहीं! वो तो बस बैठ जाएंगे और भगवान से प्रार्थना करेंगे!

    दीप्ति शर्मा ने जो किया, वो बहुत बड़ी बात है! जब तक हम खिलाड़ियों को इंसान नहीं मानेंगे, तब तक ये खेल बर्बर रहेगा!

    हेनरी का ये ओवर तो इतिहास में दर्ज हो जाएगा - जैसे बैंगलोर का बारिश वाला दिन!

    अगर ये ओवर नहीं होता, तो मैं आज नहीं जीत पाता!

  • Amit Rana
    Amit Rana
    4 दिस॰ 2025 at 17:19

    हेनरी का ये प्रदर्शन एक नए गेंदबाजी दर्शन की शुरुआत है। गेंद की गति नहीं, बल्कि बल्लेबाज के मन में डर डालना ही असली कला है।

    दीप्ति शर्मा का फैसला बहुत समझदारी से लिया गया। खिलाड़ियों का स्वास्थ्य खेल की जड़ है।

    द हंड्रेड का फॉर्मेट भी बहुत सही है - जल्दी निर्णय, जल्दी रिजल्ट, लेकिन गुणवत्ता नहीं खोना।

    इस टूर्नामेंट में जो बल्लेबाज ने शतक लगाए, उनकी ताकत भी बहुत अच्छी थी। लेकिन गेंदबाजी का जवाब उनसे भी ज्यादा तेज था।

  • Rajendra Gomtiwal
    Rajendra Gomtiwal
    5 दिस॰ 2025 at 08:57

    न्यूजीलैंड का ये गेंदबाज? अरे भाई, ये तो भारत के खिलाफ नहीं खेला है। अगर भारत के खिलाफ खेलता तो ऐसा कुछ नहीं कर पाता।

    दीप्ति शर्मा ने नाम वापस ले लिया? बेकार का फैसला। जो खेलने आए, वो खेले। थक गई तो घर चली जाए।

    ये द हंड्रेड तो बस एक नया बाजारी खेल है। असली क्रिकेट तो टेस्ट है।

  • Yogesh Popere
    Yogesh Popere
    6 दिस॰ 2025 at 19:00

    16 डॉट बॉल? बल्लेबाज तो बस बैठ गए ना? ये तो बाजार में बिकने वाली चीज है। बिना बल्ले के खेल तो नहीं होता।

    दीप्ति शर्मा ने नाम वापस ले लिया? बहुत अच्छा। ये लोग तो हमेशा थक जाते हैं।

    हेनरी का ये ओवर? बस एक बार का जादू है। अगले मैच में वो भी बाहर हो जाएगा।

  • Manoj Rao
    Manoj Rao
    8 दिस॰ 2025 at 11:24

    ये सब कुछ एक नियो-कैपिटलिस्ट गेम है - जहाँ गेंदबाज को बल्लेबाज के मन को नियंत्रित करना है।

    द हंड्रेड एक बड़ा मीडिया फेक है, जिसे बनाया गया है ताकि लोगों को खेल की असली गहराई से दूर रखा जा सके।

    हेनरी का ये ओवर? ये तो एक ब्रिटिश कल्चरल इम्पीरियलिज्म का हिस्सा है। न्यूजीलैंड भी उनका हिस्सा है।

    दीप्ति शर्मा का नाम वापस लेना? ये तो एक रेजिस्टेंस एक्शन है। वो जानती थी कि ये टूर्नामेंट उसकी आत्मा को खा जाएगा।

    केएल राहुल की औसत 140? ये तो डेटा मैनिपुलेशन है। कौन जानता है कि बल्लेबाज के रन कितने वास्तविक हैं?

    मैंने इस ओवर को रिवर्स इंजीनियर किया - ये एक लेजर ट्रैकिंग सिस्टम के साथ फिल्माया गया है।

    ये सब एक ग्लोबल सिस्टम का हिस्सा है जो खिलाड़ियों को बाजार का माल बना रहा है।

    मैंने इस ओवर को एक बार देखा - और उसके बाद मैंने अपना टीवी बंद कर दिया।

  • Alok Kumar Sharma
    Alok Kumar Sharma
    9 दिस॰ 2025 at 16:47

    16 डॉट बॉल? बल्लेबाज तो बस बैठ गए।

    दीप्ति शर्मा ने नाम वापस ले लिया - अच्छा किया।

    हेनरी का ओवर? एक बार का जादू।

  • Tanya Bhargav
    Tanya Bhargav
    11 दिस॰ 2025 at 13:41

    मैट हेनरी का ये ओवर मुझे रो दिया... इतनी शक्ति, इतनी शांति।

    दीप्ति शर्मा का फैसला बहुत सही रहा - खुद को प्राथमिकता देना ही सच्ची ताकत है।

    मैंने इस ओवर को दोबारा देखा - और फिर अपने बेटे को दिखाया। उसने कहा: 'मम्मी, ये तो एक गीत है।'

    मैंने आज दिन भर इसी ओवर को देखा।

    क्रिकेट कभी बस एक खेल नहीं होता - ये जीवन है।

    मैंने आज देखा कि एक गेंद कैसे दिल को छू सकती है।

    धन्यवाद, मैट।

  • Sanket Sonar
    Sanket Sonar
    13 दिस॰ 2025 at 12:13

    हेनरी का ये ओवर एक नए बॉलिंग फिलॉसफी का निर्माण करता है - नियंत्रण के बजाय दबाव।

    द हंड्रेड का फॉर्मेट भी बहुत बेहतर है - जल्दी रिजल्ट, लेकिन गुणवत्ता नहीं खोना।

    दीप्ति शर्मा का फैसला बहुत समझदारी से लिया गया।

    केएल राहुल की औसत? एक नया रिकॉर्ड बन गया।

  • pravin s
    pravin s
    13 दिस॰ 2025 at 22:37

    मैट हेनरी का ये ओवर देखकर लगा जैसे कोई चुपचाप एक गाना गा रहा हो - बिना शब्दों के, लेकिन दिल को छू रहा हो।

    दीप्ति शर्मा का फैसला भी बहुत बड़ा था - खुद को प्राथमिकता देना असली बहादुरी है।

    द हंड्रेड ने बस एक नया तरीका नहीं बनाया, बल्कि एक नया भाव भी जगाया।

    मैंने आज इस ओवर को देखा - और फिर अपने दोस्त को बुलाया। हम दोनों चुपचाप बैठ गए।

    कोई बात नहीं की। बस देखा।

    ये खेल अभी भी जीवित है।

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