जेमीमा रोज़ार्डेज़ की शत्कोटी से भारत महिला क्रिकेट ने बनाया 370/5 का इतिहासिक स्कोर

जेमीमा रोज़ार्डेज़ की शत्कोटी से भारत महिला क्रिकेट ने बनाया 370/5 का इतिहासिक स्कोर

जब जेमीमा रोज़ार्डेज़, भारतीय महिला टीम की ऑर्डर‑बेटर, ने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय शतक बनाया, तब भारत महिला क्रिकेट ने राजकोट में ICC महिला चैम्पियनशिपराजकोट में अपना सर्वाधिक 370/5 का ODI स्कोर दर्ज किया। इस जीत ने आयरलैंड महिला क्रिकेट के खिलाफ सीरीज़ को 2‑0 से अपने नाम किया, जबकि मैच का अंतर 116 रन था।

इतिहास में इस स्कोर का महत्व

48 साल की ODI यात्रा में भारत महिला टीम ने पहली बार 370 रन का निशान पार किया। 1 जनवरी 1978 को इंग्लैंड के खिलाफ अपना पहला ODI खेलने के बाद, अब यह टीम "370/5" के नए मानक पर खड़ी है। यह रिकॉर्ड सिर्फ अंक‑जोड़ नहीं, बल्कि भारतीय महिलाओं के खेल में बढ़ते आत्मविश्वास की तस्वीर है।

खुली बल्लेबाज़ी के पीछे का खेल‑प्लान

मैच की शुरुआती पारी में स्मृति मंडाना, जो टीम की कैप्टन हैं, और नई प्रतिभा प्रतीका रावल ने 19 ओवर में 156 रन जोड़कर टीम को स्थिर आधार दिया। मंडाना ने 54 गेंदों में 73 रन बनाए, जबकि रावल ने 61 गेंदों में 67 रन निकाले। दोनों ओपनर लगातार दोवारा आउट हो गए, पर उनका शुरुआती आक्रमण "झटपट" विपक्षी को चौंका गया।

मध्य क्रम में हरलीन डोल और जेमीमा ने मिलकर 28 ओवर में 183 रन का साझेदारी बनायी। डोल ने 84 गेंदों में 89 रन बनाते हुए टीम को ठहराव से बचाया, जबकि जेमीमा ने 91 गेंदों में 102 रन की शतकोटी लगाई। यह शतक केवल व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि टीम के लिये मोमेंटम का इंजन बन गया।

पूरा स्कोरकार्ड और आँकड़े

  • कुल वनों: 44, छहों: 3
  • आख़िरी 10 ओवर में अतिरिक्त 102 रन
  • आयरलैंड का जवाब: 254/7, अंतर ‑ 116 रन
  • इस सीरीज़ में भारत ने पहले मैच में 6 विकेट से जीती, दाईं‑बाएँ भागीदारी के साथ

बल्लेबाज़ी के साथ‑साथ फील्डिंग भी सराहनीय रही। विकेटकीपर उमा चेत्री ने दो शानदार कैच लिए, जबकि दीप्ति शर्मा ने विकेट‑स्ट्राइकिंग में मदद की।

बोर्ड‑ऑफ़‑कंट्रोल (BCCI) और ICC की दृष्टि

बोर्ड‑ऑफ़‑कंट्रोल (BCCI) और ICC की दृष्टि

इस टूर्नामेंट का नियोजन बोर्ड ऑफ कंट्रोल फ़ॉर क्रिकेट इन इंडिया (BCCI) ने नवंबर 2024 में किया था। यह श्रृंखला 2022‑2025 ICC महिला चैम्पियनशिप का हिस्सा है, जिससे दोनों टीमों को विश्व रैंकिंग में अंक मिलते हैं। जेमीमा ने कहा, "यह शतक मेरे लिए सपनों जैसा है, और हमें आगे और बेहतर बनना होगा।" मंदा के बाद रावल ने जोड़ा, "पहली शतकोटी नहीं, लेकिन यह मेरे करियर का एक बड़ा मोड़ है।"

भविष्य की योजनाएं और अगले कदम

तीसरे और अंतिम ODI में भारत ने 435 रन बनाकर स्वयं का नया रिकॉर्ड तोड़ा। इस बार प्रतीका रावल ने 154 रन की शतकोटी लगाई, जबकि मंडाना ने अपना 10वाँ ODI शतक बनाया। इस जीत से भारत ने 3‑0 की सफ़लता पायी और आयरलैंड को सबसे बड़े रन अंतर (304) से हराया। अब दोनों टीमें साफ़-साफ़ अगले ICC महिला विश्व कप के तैयारी की ओर बढ़ेंगी।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

यह रिकॉर्ड भारत महिला क्रिकेट के लिए क्या मतलब रखता है?

370/5 का स्कोर भारत महिला टीम को पहले बार ऐसे उच्च दांव पर ले जाता है जहाँ बल्लेबाज़ी की ताकत स्पष्ट दिखती है। इससे भविष्य में बड़े टूर्नामेंट में आत्मविश्वास बढ़ेगा और नई प्रतिभाओं को मंच मिलेगा।

जेमीमा रोज़ार्डेज़ की शतकोटी कितनी खास है?

उनकी शतकोटी 102 रन 91 गेंदों में रही, जिसमें 12 चारों और कई तेज़ दौरे शामिल थे। यह उनका पहला अंतरराष्ट्रीय शतक है, जबकि पहले केवल आधी शतकोटियाँ ही बनी थीं।

आयरलैंड महिला टीम को इस हार से क्या सीख मिलती है?

आयरलैंड को अपनी मध्य‑क्रम की स्थिरता और फ़ील्डिंग में सुधार की जरूरत है। उन्होंने 254/7 बना कर दिखाया कि वे प्रतिस्पर्धी हैं, पर भारत की तेज़ गति को रोक पाना कठिन रहा।

सिर्फ़ इस सीरीज़ का परिणाम ही नहीं, इसका ICC रैंकिंग पर क्या असर पड़ेगा?

भारत महिला टीम को इस जीत से 2‑3 रैंकिंग पॉइंट मिलेंगे, जबकि आयरलैंड के पॉइंट घट सकते हैं। इससे भविष्य के ICC महिला चैम्पियनशिप ग्रुपिंग पर असर पड़ेगा।

अगले महीने किस प्रमुख टूर्नामेंट की तैयारी में दोनों टीमें लगी हैं?

दोनों टीमें अब 2025 के ICC महिला विश्व कप के क्वालिफ़ायर्स की तैयारी कर रही हैं, जहाँ इस सीरीज़ के अनुभव का बड़ा योगदान होगा।

जेमीमा रोज़ार्डेज़ भारत महिला क्रिकेट 370/5 राजकोट ICC महिला चैम्पियनशिप
Swati Jaiswal
Swati Jaiswal
मैं एक समाचार विशेषज्ञ हूँ और भारतीय दैनिक समाचारों पर लेख लिखना पसंद करती हूँ।
  • Halbandge Sandeep Devrao
    Halbandge Sandeep Devrao
    12 अक्तू॰ 2025 at 22:53

    जेमीमा रोज़ार्डेज़ की शतकोटी न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि यह भारतीय महिला क्रिकेट के तकनीकी प्रगति का एक मापदंड भी है। इस अभूतपूर्व 370/5 स्कोर को प्राप्त करने हेतु बॅटिंग स्ट्रेटेजी, पावरप्ले एडजस्टमेंट, और फील्डिंग कॉर्डिनेशन का समुचित संतुलन ज़रूरी रहा।

  • One You tea
    One You tea
    16 अक्तू॰ 2025 at 17:33

    भाइयों और बहनों, देखो तो सही कि हमारी लाडली टीम ने कैसे आयरलैंड को धूल चटा दी, बिल्कुल धातु की तरह! इस जीत में हम सबको गर्व की लहर महसूस हुई, और इना पर फोकस इतना ज़्यादा है जैसे टैगामर में आग लगा दी।

  • Hemakul Pioneers
    Hemakul Pioneers
    20 अक्तू॰ 2025 at 12:13

    यह क्षण वास्तव में भारतीय महिला खिलाड़ियों के मनोबल को नई ऊँचाइयों पर ले गया है। उनके समर्पण और कड़ी मेहनत को देखते हुए मैं आशावादी हूँ कि भविष्य में और भी बड़े रिकॉर्ड स्थापित होंगे।

  • parvez fmp
    parvez fmp
    24 अक्तू॰ 2025 at 06:53

    वाह भाई, क्या दैर्य है इन लड़कियों में! 😲💥 370 रनों की पहाड़ी चढ़ कर आईरिश बाउंड्री को ध्वंस कर दिया, सच में दिल धड़कता है देख के! 🎉

  • s.v chauhan
    s.v chauhan
    28 अक्तू॰ 2025 at 01:33

    बहुत बढ़िया काम किया टीम ने, खासकर आखिरी ओवरों में पावरप्ले का उपयोग करके। इस जज्बे को बनाए रखो, और आगे भी ऐसे ही जीतते रहो! आगे की तैयारी में फ़ील्डिंग ड्रिल्स पर ज़ोर दो।

  • Thirupathi Reddy Ch
    Thirupathi Reddy Ch
    31 अक्तू॰ 2025 at 20:13

    अभी भी कुछ लोग कहेंगे कि ये सिर्फ़ एक हीटिंग मैच था, पर असली बात है कि बैक-फिल्डिंग में लगातार बदलते मैनेजमेंट ने इस प्रदर्शन को छिपाने की कोशिश की थी। हमें इस पर सवाल उठाना चाहिए।

  • Sonia Arora
    Sonia Arora
    4 नव॰ 2025 at 14:53

    इतिहास में इस तरह के रिकॉर्ड का महत्व सिर्फ़ अंक नहीं, बल्कि यह भारतीय महिलाओं के समर्पण और राष्ट्रीय गर्व को भी प्रतिबिंबित करता है। हमारे समाज में खेल को बढ़ावा देना चाहिए।

  • abhinav gupta
    abhinav gupta
    8 नव॰ 2025 at 09:33

    जेमीमा ने शतक बना लिया, पर क्या आप जानते हैं कि इस स्कोर का औसत स्ट्राइक रेट 120 से भी ऊपर था यह जबरदस्त आंकड़ा है

  • vinay viswkarma
    vinay viswkarma
    12 नव॰ 2025 at 04:13

    सिर्फ़ स्कोर नहीं, टैक्टिकल गड़बड़ी भी देखी गई, बटरफ्लाय ग्रिड में कई मिसफील्डिंग्स हुईं।

  • Jay Fuentes
    Jay Fuentes
    15 नव॰ 2025 at 22:53

    यार, ये तो बस शुरुआत है! अगली बार और भी बड़े टारगेट्स सेट करेंगे, टीम को इतना प्यार है मेरा।

  • Veda t
    Veda t
    19 नव॰ 2025 at 17:33

    इन्हें रोकना चाहिए।

  • akash shaikh
    akash shaikh
    23 नव॰ 2025 at 12:13

    सच में, क्या जेमीमा का फॉर्मूला सिर्फ़ कुकीस अऊर लीडरबोर्ड है? 😂 अरे भाई, थोड़ा और डिटेल दीजिए ना।

  • Anil Puri
    Anil Puri
    27 नव॰ 2025 at 06:53

    देखो, मैं तो कहूँगा कि इस मैच में बॉलर की स्ट्रैटेजी काफी हद तक एक्स्पेरिमेंटल थी। कुछ ओवर में उन्होंने रोलर कोरिडर जईसै पिच पर बॉल फेंकी, जिससे बॅट्समैन कोक पूरा चैलेंज मिला। पर फिर भी, टीम का कॉम्बिनेशन बॉलर और बॅट्समैन के बीच बेहतरीन सिंक्रोनाइज़ेशन दिखा। कुल मिलाकर, यह एक स्मार्किंग पर्फॉर्मेंस था।

  • poornima khot
    poornima khot
    1 दिस॰ 2025 at 01:33

    जेमीमा की शतकोटी ने हमारे क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ा है, इसे देखते हुए सभी को बधाई। इस उपलब्धि के लिए टीम की कड़ी मेहनत और कोचिंग स्टाफ का समर्थन सराहनीय है।

  • Mukesh Yadav
    Mukesh Yadav
    4 दिस॰ 2025 at 20:13

    आइए यह मानें कि इस जीत के पीछे कुछ छुपे हुए डाटा हैं, शायद बॉलर के ग्रिप में नयी तकनीक घुस गई है, या फिर नेटवायर में कोई हैकिंग हुई है। ऐसे मामलों में हमें सतर्क रहना चाहिए।

  • Yogitha Priya
    Yogitha Priya
    8 दिस॰ 2025 at 14:53

    हमारी युवा पीढ़ी को यह उदाहरण मिले कि कठिन परिश्रम और नैतिकता से बड़े लक्ष्य हासिल किए जा सकते हैं। इस जीत का संदेश है: कभी हार मत मानो, हमेशा आगे बढ़ो।

  • Rajesh kumar
    Rajesh kumar
    12 दिस॰ 2025 at 09:33

    पहले तो मैं कहना चाहूँगा कि यह जीत सिर्फ़ एक आँकड़ा नहीं, यह भारत की ताक़त और स्वाभिमान का प्रतीक है। हमारे देश की महिला खिलाड़ियों ने दिखा दिया कि वे भी मैदान में पुरुषों के बराबर उतनी ही साहसिक और कुशाग्र हैं। इस रिकॉर्ड को तोड़ते समय उन्होंने सारी बाधाएँ, सामाजिक बाधाएँ और पुरानी धारणाएँ तोड़ दीं। हरलीन डोल और जेमीमा की साझेदारी ने दिखा दिया कि दो महिलाएँ मिलकर भी इतिहास रच सकती हैं। उनकी साझेदारी सिर्फ़ रन नहीं, बल्कि एक सशक्त संदेश थी। दूसरी ओर, आयरलैंड जैसे परिपक्व टीम को इतनी बड़ी हार दे देना हमारी रणनीति का परिणाम है, न कि केवल एक आकस्मिकता। इस जीत से हमारे एनीक्यूलिक कोचिंग पद्धति को मान्यता मिलने वाली है। हमारी फील्डिंग ने भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, उमा चेत्री की दो बेहतरीन कैचेज़ इस बात का प्रमाण हैं। इस तरह के प्रदर्शन को देखकर हमें अपने युवा खिलाड़ियों में और अधिक निवेश करना चाहिए। यह मौक़ा है कि हम अपनी बेसिक इन्फ्रास्ट्रक्चर को अपग्रेड करें, जैसे कि उन्नत ट्रेनिंग सेंटर और साइकोलॉजिकल सपोर्ट। हमें यह भी याद रखना चाहिए कि इस तरह की उपलब्धियों से महिलाओं का सामाजिक स्तर भी उठेगा। यह जीत भारत के विभिन्न समुदायों को एकजुट कर सकती है, जो अक्सर विभाजन में फँसे होते हैं। मैं यह भी कहूँगा कि मीडिया को इस प्रकार की सफलता को सही ढंग से प्रसारित करना चाहिए, ताकि राष्ट्रीय गर्व का संचार हो। अंत में, मैं सभी खिलाड़ियों और कोचिंग स्टाफ को दिल से बधाई देता हूँ, और आशा करता हूँ कि अगले टूर्नामेंट में भी वही रोमांच और जीत मिलेगी। आइए इस ऊर्जा को आगे के मैचों में भी बरकरार रखें।

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