12 जुलाई को इंग्लैंड के historic Edgbaston स्टेडियम में इंग्लैंड महिला (EN-W) और भारत महिला (IN-W) के बीच पाँचवीं और निर्णायक T20I मुकाबला हुआ। इस खेल को लेकर दोनों पक्षों में तगड़ी उम्मीदें थीं, क्योंकि पहले चार मैचों में स्कोरबोर्ड बराबर 2-2 दिखा रहा था।
मैच की शुरुआत और टीमों की तैनाती
ताश के पत्ते टॉस के बाद भारत ने पहले बैटिंग करने का निर्णय लिया। भारत की ओपनिंग में स्मृति मंडाना और हेमंत कौर ने मजबूत शुरुआत की, लेकिन इंग्लैंड की तेज़ गेंदबाज़ी ने जल्दी ही दाव पर दबाव डाल दिया। इंग्लैंड की इंग्लैंड महिला क्रिकेट की अर्ली बॉलर ने शुरुआती ओवर में दो विकेट गिरा कर भारत को 45/3 तक सीमित कर दिया।
भारत की शीर्ष स्कोरर रोहिणी थॉम्पसन ने 35 रन बनाकर टीम को फिर से स्थिर किया, जबकि शारदा कुमारी ने 28 रन की तेज़ पारी खेली। अंत में भारत ने 127/7 से कुल बनाकर पारी पूरी की।

इंग्लैंड का जवाबी हमला और अंतिम क्षण
इंग्लैंड के सामने लक्ष्य 128 था, जिसे हासिल करने के लिए ओपनरजेसन कई बड़े शॉट्स की योजना बना रहे थे। रॉबिन बाउले और एम्मा सॉन्डर्स ने पहले ओवर में ही 30+ रन जोड़कर तेज़ गति कायम रखी। मध्यम गति की बॉलर एलेन हेनरी ने मध्य ओवर्स में दो महत्वपूर्ण विकेट लिए, लेकिन एलेन बर्न्स ने 45* की पारी घुमा दी और इंग्लैंड को लक्ष्य के करीब ले आया।
मैच के आखिरी ओवर में इंग्लैंड को 6 रन चाहिए थे। एलेन बर्न्स ने दो रन बनाए, फिर हार्पर ने एक चौका मारते हुए थ्रिल को बढ़ा दिया। अंतिम डॉट बॉल में बाउले ने विकेट नहीं लिया, पर गेंदबाज़ी ने बॉल को निचे रखकर बर्न्स को आउट कर दिया। बर्न्स को बाहर होते ही, इंग्लैंड ने आख़िरी रन हासिल किया और पाँचवीं विकेट के बाद जीत दर्ज की।
इस जीत के साथ इंग्लैंड ने श्रृंखला को 3-2 से जीत कर सिरा मोड़ दिया। भारतीय टीम ने आगे-पीछे की गेंदबाज़ी में सुधार दिखाया, पर इंग्लैंड की अचरज भरी फिनिशिंग ने उन्हें अधिक लाभ पहुंचाया।
भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए, दोनों टीमों को अपनी लाइन‑अप और रणनीति में कुछ बदलाव करने की ज़रूरत दिख रही है। अगली श्रृंखला में दोनों पक्ष इस जीत-हार को एक सीख के रूप में इस्तेमाल करेंगे।
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